क्या रिमांड में आपको पुलिस मार सकती है?

आज के समय में आपने भी सुना होगा कि पुलिस ने उस अपराधी को रिमांड पर रखा है लेकिन क्या आप जानते हैं कि रिमांड क्या होता है अगर नही तो इस बारे में जानकारी के लिये नीचे स्क्रॉल करके पूरा पढ़िए.

रिमांड होता क्या है? (What is Remand in hindi)

रिमांड एक ऐसा शब्द है जिसे सुनकर लोग डर जाते हैं क्युकी लोगों को लगता है कि पुलिस रिमांड में ले जाकर मारती-पीटती है लेकिन नही, रिमांड में ऐसा कुछ नही होता है. रिमांड का मतलब होता है पूछताछ, इसीलिए अगर आप रिमांड शब्द से डरते हैं तो अब डरना छोड़ दीजिये. क्युकी रिमांड में रखने पर आपको पुलिस थाने ले जाकर पूछताछ करती है. अगर आपको रिमांड में रखा गया है और पुलिस आपको थाने में ले जाकर मारती है तो ये गैर-कानूनी है.

जब कहीं पर कोई क्राइम हो जाता है तो पुलिस शक के दायरे में आने वाले लोगों को गिरफ्तार करती है लेकिन इसमें पूरा कन्फर्म नही होता है कि इसी व्यक्ति ने क्राइम किया है लेकिन उन्हें कहीं न कहीं ये लगता है इस व्यक्ति ने क्राइम किया है और अगर थोड़े भी सबूत उस व्यक्ति के खिलाफ होते है तो उस व्यक्ति हो अरेस्ट कर लेती है.

अरेस्ट करने के 2 से 3 दिन तक आपको पुलिस स्टेशन में रखती है और उसके पुलिस आपको मजिस्ट्रेट के सामने ले कर जाती है तो ये पुलिस के इन्लीगल डिटेंशन का हिस्सा होता है क्युकी कानूनी तौर पर कोई भी पुलिस आपको 24 घंटे से ज्यादा नही बैठा सकता है. अगर पुलिस आपको पकड़ती है तो उन्हें आपको 24 घंटे में अन्दर मजिस्ट्रेट के सामने पेश करना पड़ता है और जब पुलिस आपको मजिस्ट्रेट के सामने पेश करती है तो एक एप्लीकेशन लगाती है कि मुझे इसका रिमांड चाहिए हमेशा पुलिस ज्यादा रिमांड मांगती है लेकिन रिमांड मिलता कम है.

रिमांड कैसे मिलता है और पुलिस रिमांड लेती कैसे है?

जैसे मान लीजिये कि कहीं पर कोई क्राइम हुआ और उसमे से एक व्यक्ति को पुलिस ने पकड़ लिया और पुलिस के पूछताछ करने पर उसने तीन और लोगों के नाम बताये, तो पुलिस उन तीनों को भी थाने ले जाकर पूछताछ करती है तो इन सब कामों में टाइम लगता है इसलिए पुलिस को इन सब चीजों के इन्वेस्टीगेशन के लिए समय की जरूरत होती है और इसी समय में पुलिस उस व्यक्ति से बार-बार पूछताछ करती है जो बाकि के तीन का नाम बताता है

इसीलिए उसे रिमांड पर रखा जाता है इसी पूरे प्रोसेस को रिमांड कहा जाता है, जहाँ पर उस व्यक्ति पर केस चल रहा है और पुलिस को उस पर पूरा शक है तो पुलिस मजिस्ट्रेट से उस व्यक्ति को रिमांड में रखने का टाइम मांगती है जिससे उस व्यक्ति से पूछताछ किया जा सकें और बाकि क अपराधियों को पकड़ा जा सकें और पूरे केस की जाँच सही तरीके से हो.

रिमांड में रखे गये व्यक्ति को (Kya remand me Police apko mar sakti hai hindi) मारना गैर-कानूनी होता है इसीलिए रिमांड में रखे गये व्यक्ति से सिर्फ पूछताछ की जाती है अगर कोई पुलिस रिमांड में रखे गये व्यक्ति को मारती-पीटती है तो उस पुलिस पर उल्टा केस किया जा सकता है. रिमांड में रखे गये व्यक्ति के साथ कुछ गलत नही किया जाता है जैसे- खाना न देना, या मारना-पीटना या फिर कुछ भी गलत नही किया जाता है क्युकी पुलिस को ये सब करने की इजाजत नही होती है. अगर आपके साथ पुलिस कुछ भी गलत करती है तो आप मजिस्ट्रेट के सामने अपनी बात कह सकते हैं.

Image Credit: Shutterstock

इसे भी पढ़ें?

समुंद्र के सबसे नीचे क्या है?

धरती से 10 सेकंड के लिए ऑक्सीजन ख़त्म हो जाये तो क्या होगा?

भारत के पास बिजली पैदा करने के लिए सिर्फ दो दिन का कोयला बचा है?

Leave a Comment