मरे हुए इन्सान को ऐसे जिन्दा करेंगे एलोन मस्क | न्यूरालिंक क्या है और ये किस तरह से काम करेगा?

दोस्तों आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको बताते कि किस तरह से एलोन मस्क मरे हुए व्यक्तियों को फिर से जिन्दा करने की बात कर रहे है और ऐसा कैसे सम्भव हो पायेगा, तो चलिए दोस्तों शुरू करते हैं

मरे हुए इन्सान को ऐसे जिन्दा करेंगे एलोन मस्क

आप सभी लोग एलन मस्क को जानते ही होंगे इनके ऑटोमोबाइल कंपनी टेस्ला ने इलेक्ट्रिक गाड़ियां बनाकर एक बहुत ही बड़ा रिवोल्यूशन लाया है इसके अलावा इन्होने दुनिया की पहली प्राइवेट स्पेस एजेंसी, स्पेस एक्स एलन मस्क की कंपनी अब इतनी सारी बड़ी-बड़ी टेक्नोलॉजी को लाने वाले एलन मस्क ने एक और बहुत ही जरूरी प्रोडक्ट्स लॉन्च किया जो कि इंसान की जिंदगी को पूरी तरह से बदल कर रख सकता है ये प्रोडक्ट न्यूरालिंक है जिसने पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया है.

न्यूरालिंक क्या है और ये किस तरह से काम करेगा?

ये बात तो आप भी जानते होंगे कि हमारी बॉडी की हर एक मूवमेंट हमारे दिमाग की वजह से होती है जब हमारा माइंड किसी चीज़ को करने के बारे में सोचता है तब हमारी बॉडी उसी हिसाब से मूव करती है लेकिन कई सारे ऐसे लोग हैं जो पैरालिसिस का शिकार हैं जिनका दिमाग सही तरह से काम नहीं करता, तो इस प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए न्यूरालिंक कंपनी को तैयार की गयी है इसके द्वारा लोगों के दिमाग में एक चिप डाली जाएगी, जो कंप्यूटर के द्वारा चलेगी. आप ये समझ लीजिये कि अगर आपकी बॉडी के जो हिस्से काम नहीं कर रहे होंगे उन्हें काम कराने के लिए कंप्यूटर डिवाइस की मदद लगेगी, जहाँ पर यह चिप आपकी बॉडी के हिस्सों को सिग्नल देगी कि वो बिलकुल ठीक है और यह सब कुछ कंप्यूटर की मदद से किया जायेगा जिसे आप अपने अकॉर्डिंग कंट्रोल कर सकते हैं.

उदाहरण- माना कि पैरालिसिस की वजह से किसी का शरीर काम नहीं कर रहा है ऐसे में उस इंसान के दिमाग में न्यूरो चिप डाल दी जाएगी जिससे सिग्नल निकलेगा ताकि उन्हें कोई पैरालिसिस वगैरह नहीं है बल्कि उनकी बॉडी पूरी तरह से सही है बॉडी को जैसे ही अट्रीब्यूशन सिग्नल मिलेंगे, बॉडी मूव करना शुरू कर देगी और इसी कारण से एलन मस्क के इस प्रोजेक्ट को मेडिकल के फील्ड में बहुत बड़ी क्रांति के रूप में देखा जा रहा है

यह छोटी सी डिवाइस बड़ी-बड़ी बीमारियों से भी लड़ने के लिए तैयार है और सबसे बड़ी बात यह है कि इस चिप को इंस्टॉल करने के बाद बाहर से बिलकुल भी दिखाई नहीं देगी और किसी के भी दिमाग में चिप इन्स्टॉल की गई तो पूरी तरह से ऐसा लगना चाहिए कि वह इंसान बिलकुल नार्मल हैं और बाहर से किसी भी प्रकार से कोई तार वगैरह नहीं देखनी चाहिए, इसलिए न्यूरालिंक की चिप बहुत ही स्पेशलाइज्ड रोबोट के साथ इंस्टॉल की जाएगी जो बहुत ही सटीक तरीके से आपके दिमाग में इस चिप को इमप्लांट कर देंगे और ऐसा करने के लिए स्पेशल तरह के रोबोट्स डेवलप किए गए हैं

जो इंसान के सिर में प्रॉपर तरीके से होल करके इस चिप को इंस्टॉल कर देंगे और सबसे अच्छी बात यह है कि आप बाहर से देखने पर पहचान भी नहीं पाएंगे कि किसके दिमाग में चिप लगी है क्योंकि चिप अंदर खोपड़ी में मौजूद होगी और ऊपर से बाल होंगे इसलिए किसी को भी इस चिप के इन्स्टॉलेशन के बारे में पता ही नहीं चलेगा. इस चिप को इनस्टॉल करने के लिए किसी भी लोकल एनेस्थेसिया की जरूरत नहीं है और इसमें ब्लड भी नहीं निकलेगा.  

रोबोट चिपको ऐसी जगह पर इंप्लांट करेगा जहाँ पर आप की आर्टरीज नहीं है जिसके कारण ब्लड भी नहीं निकलेगा और इसमें चिप इन्स्टॉलेशन की पूरी सर्जरी रोबोट के द्वारा ही होगी, ताकि किसी भी प्रकार की कोई गलती ना हो. ये चिप वायरलेस तरीके से चार्ज होगी ठीक उसी तरह जैसे वायरलेस फ़ोन चार्ज होते हैं जहाँ पूरा दिन आप इसका इस्तेमाल कर पाएंगे और सोते वक्त आप इसको बड़े आराम से चार्ज कर सकते हैं अगले दिन पूरी तरह से इसकी बैटरी चार्ज रहेंगी. डॉक्टर्स का कहना है अगर ये टेक्नोलॉजी काम कर जाती है और लोगों के दिमाग में अच्छी तरह से चलने लगती है तो आने वाले समय में हम इस चिप की मदद से कुछ भी कर सकते हैं जहाँ हमें किसी काम को करने के लिए अपने हाथ पैर हिलाने की जरूरत नहीं होगी बल्कि हमारे सोचने भर से ही वो चीजें हो जाएंगी.

इस टेक्नोलॉजी को इतने बड़े लेवल पर ले जाने में अभी समय लगेगा, इस टेक्नोलॉजी को देखकर ऐसा लगता है कि आने वाले समय में हम केवल अपने दिमाग में डाली जाने वाली चिप से ही बड़े-बड़े काम आसानी से कर सकते हैं इसके बाद हमें कुछ याद रखने की जरूरत नहीं होगी, क्योंकि सारा डेटा हमारे दिमाग के कंप्यूटर में इस तरह से फिट हो जाएगा.

लेकिन  इस टेक्नोलॉजी में कुछ बुराइयाँ भी है सबसे पहले बात ये है कि किसी भी इंसान के दिमाग में ये चिप फिट होगी वो क्या सोच रहे हैं क्या कर रहे हैं उसका पूरा डेटा कंप्यूटर तक पहुँच जाएगा जिसका कोई गलत इस्तेमाल भी कर सकता है वैसे तो एलन मस्क इस डाटा को पूरी तरह से सिक्योर बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं इसलिए उन्होंने सबसे पहले इस एक्सपेरिमेंट को सुअरों के साथ किया और अब वो इस एक्सपेरिमेंट को इंसानों के ऊपर करके यह साबित करना चाहते हैं कि अगर इंसान चाहे तो कुछ भी हो सकता है क्या किसी ने सोचा था कि दिमाग के अंदर एक चिप सेट करके हम बीमारियों को दूर कर सकते हैं लेकिन एलन मस्क ने इसे पूरा करके दुनिया भर को हैरान भी कर दिया है.

तो दोस्तों उम्मीद करते है कि एलन मस्क जिस चिप के द्वारा बड़ी-बड़ी बीमारियों को दूर करने की कोशिश कर रहे है इससे रिलेटेड आपको पूरी जानकारी मिल गयी होगी.

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