सरकार इंटरनेट कैसे बन्द करवा देती है? | How does the government shut down the internet

दोस्तों क्या आपको पता है कि सरकार जहाँ का इन्टरनेट बंद करना चाहती है बंद कर देती है लेकिन वो ऐसा कैसे करती है अगर आपको इसके बारे में नही पता है तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको इससे रिलेटेड पूरी जानकारी देते हैं.

सरकार इंटरनेट कैसे बन्द करवा देती है?

आज के टाइम में हम सभी के लिए इन्टरनेट इतना ज्यादा जरूरी हो गया है कि इंसान को खाना-पानी मिले या न मिले लेकिन अगर उसे इंटरनेट ना मिले तो वह रह नही पता है लेकिन क्या आपको पता है जो इंटरनेट हमारे लिए इतना इम्पोर्टेन्ट हो गया है उसे गवर्नमेंट खोलती और बंद करती रहती है असल में इन्टरनेट को लेकर सरकार कुछ ज्यादा ही अधिकार रखती है जिसके जुड़े हुए तीन नियम हैं और उन्हीं नियमों के अनुसार हमारी गवर्नमेंट है वह इस इंटरनेट बंद कर सकते हैं.

जहाँ सबसे पहला नियम सेक्शन 144 है, दूसरा नियम है टेम्परेरी सस्पेंशन ऑफ टेलीकॉम सर्विस ऑफ़ 2017, और तीसरा नियम इंडियन टेलीग्राफ एक्ट है.

Section 144

इस सेक्शन के तहत अगर सरकार को कभी ऐसा लगता है कि अफवाह फैलने वाली है या फिर एकदम से कही कुछ बहुत बड़ा दंगा होने वाला है तो इस स्थिति में सरकार इंटरनेट को बंद कर देती है

Temporary Suspension of Telecom Service act 2017

इसके तहत पब्लिक इंट्रेस्ट के हिसाब से इंटरनेट को बंद किया जाता है जिससे ऐसा कुछ भी ना हो जो लोगो के लिए सही न हो, क्योंकि जब इंटरनेट चालू रहता है तो लोग बहुत से अफवाहें फैलातें हैं लेकिन इंटरनेट को बंद करके उनको रोक लगाई जा सकती है.

The Indian Telegraph Act

इसमें पब्लिक इंटरेस्ट के लिए इंटरनेट बंद किया जा सकता हैं.

इंटरनेट दो लेवल पर बंद हो सकता है पहला सेंट्रल लेवल पर और दूसरा स्टेट लेवल पर. मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स के पास ये अधिकार होता हैं कि वह उनमें से किसी भी कानून का इस्तेमाल करके एक नोटिस जारी कर सकते हैं नोटिस देकर रिव्यु कमिटी के पास जानता है और जैसे उन्होंने उस नोटिस को वैसे ही नोटिस तुरंत और इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के पास जाते हैं उसके बाद इंटरनेट बंद हो जाता है. इंटरनेट बंद करने का यह मतलब है कि हम जो कुछ भी एक्सेस कर रहे हैं इसका रास्ता ही बंद कर दिया जाएगा और हम जो भी एक्सेस करेंगे वहाँ तक पहुँच नहीं पाएंगे. हम और आप सभी लोग अपना इंटरनेट कंपनियों से खरीदते हैं जिससे आप इन्टरनेट यूज कर पाए, भारत में जो बड़ी बड़ी इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर कंपनियाँ जैसे- एयरटेल ,वोडाफोन, जिओ, इनके पास ये अधिकार होते हैं कि वो हमको हमसे पैसे लेकर हमको इंटरनेट दें, और उसके बाद हम जिस भी वेबसाइट को चलाएंगे वो किसी न किसी सर्वर पर अलग -अलग लोकेशन में स्टोर होती है

अब जो भी चीज़ हम चलाते हैं उसमें सर्वर तक पहुँचने के लिए इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर हमारी मदद करते हैं. जब इन्टरनेट बंद करना होता है तो ऐसे में इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के पास एक नोटिस आता है और उन्हें पता चल जाता है कि किस इलाके में इंटरनेट को बंद करना है और उसी इलाके का सारा कनेक्शन काट देते हैं जिससे कोई भी किसी भी सर्वर तक पहुँचने का रास्ता न बना पाए, इस पूरे प्रोसेस को रूटिंग कहा जाता हैं. जिसके दौरान आप जो भी वेबसाइट खोलेंगे उन्हें दिखाना होगा और आपको कुछ समझ भी नही आएगा और ये सारा काम एक सॉफ्टवेयर के द्वारा किया जाता है जैसे ही इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के पास ऑर्डर आते हैं वो अपने सॉफ्टवेयर के द्वारा इन्टरनेट के सारे कनेक्शन बन कर देते हैं.

अगर हमारे एरिया इंटरनेट कारण बंद हो जाए तो क्या हम VPN का इस्तेमाल करके इंटरनेट चलाया जा सकता है?

VPN में वह आपको आपकी लोकेशन से पहले किसी और कंट्री की लोकेशन पर लेकर जाएगा और फिर वहाँ से इंटरनेट एक्सेस कराएंगे लेकिन VPN को किसी और कंट्री तक ले जाने के लिए भी इंटरनेट की आवश्यकता होगी, लेकिन अगर इंटरनेट बंद है तो काम नहीं कर सकते है बल्कि अगर आपके इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के जरिए भी आपके शहर की इंटरनेट बंद है तब भी VPN के द्वारा आप इन्टरनेट नही यूज कर सकते हैं इन्टरनेट बंद होने के बाद उसे तब तक चालू नही किया जा सकता है जब तक सरकार द्वारा इन्टरनेट चालू का आदेश ना मिल जाये.

तो दोस्तों उम्मीद करते है कि आपको इन्टरनेट बंद होने से रिलेटेड पूरी जानकारी मिल गयी होगी.

इसे भी पढ़ें?

असली स्पेस कहाँ से शुरू होता है

कामाख्या मंदिर से जुड़े ये रहस्य जरूर देखें

Leave a Comment