बीएससी और बीसीए में क्या अंतर है?

BCA aur B.Sc me kya antar hai- आप में से कुछ स्टूडेंट्स बीसीए कोर्स करना चाहते होंगे और कुछ स्टूडेंट्स बीएससी कोर्स करना चाहते होंगे तो आइये आज हम आपको बीसीए कोर्स और बीएससी कोर्स में क्या अंतर है इसके बारे में पूरी इनफार्मेशन देंगे.

बीएससी और बीसीए में क्या अंतर है?

बीसीए (बैचलर ऑफ़ कंप्यूटर एप्लीकेशन) और बीएससी (बैचलर ऑफ़ साइंस) दोनों ही आईटी से रिलेटेड कोर्स है लेकिन बीसीए में एप्लीकेशन पार्ट पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है वही बीएससी में थ्योरिटिकल पार्ट ज्यादा होता है क्युकी आईटी इंडस्ट्री में टेक्नोलॉजी तेजी से ग्रो कर रही है और इसमें रोज नई-नई चीजें सामने आती रहती है इसीलिए बीसीए कहीं ज्यादा उपयोगी हो सकता है बीसीए के आधार पर आसानी से जॉब मिल सकती है लेकिन अगर बीसीए करने के बाद अगर आप एमसीए भी कर लेते हैं तो आप और भी ज्यादा सैलरी पैकेज पा सकते हैं और अगर आप बीएससी कोर्स करते हैं तो इसके बाद आप एमसीए कोर्स कर सकते हैं तो बीसीए और बीएससी में बीसीए कोर्स करना ज्यादा सही है लेकिन अगर आप बीएससी कोर्स आईटी से कर लेते हैं तो भी अच्छा है क्युकी इसमें भी आप मेहनत करके अच्छा सैलरी पैकेज पा सकते हैं.

बीसीए और बीएससी आईटी में कुछ कोर्सेज एक जैसे हो सकते हैं जैसे प्रोग्रामिंग, और आपके इंस्टिट्यूट पर भी डिपेंड करेगा कि कितने कोर्सेज सिमिलर होंगे.

बीएससी आईटी या कंप्यूटर साइंस से करने के लिए स्टूडेंट का साइंस स्ट्रीम से 12th पास होना जरूरी है इसमें आपको बीएससी आईटी के कोर कांसेप्ट डिटेल सिखाये जाते हैं इसमें कंप्यूटिंग के मैथमेटिकल और थ्योरिटिकल फाउंडेशन्स पर ज्यादा फोकस किया जाता हैं इसके अलावा हार्डवेयर पर भी फोकस किया जाता है इसमें आपको फिजिक्स के कुछ टॉपिक्स, हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर ऑपरेटिंग सिस्टम्स और एप्लीकेशन्स के डिजाईन और डेवलपमेंट कर बारे में भी बताया जाता है इसमें मैथमेटिकल एल्गोरिथम कंप्यूटर थ्योरी के समक्ष सिखाते है जिससे आप लेटेस्ट चीजों को कंप्यूटर टेक्नोलॉजी में डेवेलोप कर सकें.

और बीसीए के लिए स्टूडेंट किसी भी स्ट्रीम (जैसे-साइंस, कॉमर्स, आर्ट्स या किसी भी स्ट्रीम से) से 12th पास होना चाहिए, लेकिन कुछ इंस्टिट्यूट में मैथ सब्जेक्ट की रिक्वायरमेंट रख सकते है ये ज्यादा प्रोफेशनली ओरिएंटेड कोर्स है लेकिन बीसीए में आपको कंप्यूटर साइंस की इन्डेप्ट कंसेप्चुअल अंडरस्टैंडिंग नही मिलेगी, आप खुद से सीख सकते है ये आपको बीएससी कंप्यूटर साइंस/आईटी में मिलेगी. बीसीए में डेटाबेस डिजाईन, कंप्यूटर साइंस, प्रोग्रामिंग, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, नेटवर्क, और इनफार्मेशन सिस्टम्स आदि पर फोकस किया जाता है, हालाँकि बीएससी कंप्यूटर साइंस के बाद आप आईटी इंडस्ट्री में बहुत सी जॉब प्रोफाइल्स पा सकते हैं लेकिन बीएससी कंप्यूटर साइंस रिसर्च और टीचिंग रिलेटेड फील्ड में लिए भी काफी फायदेमंद रहता है क्युकी इसमें आपको कंप्यूटर के काफी फंडामेटल पार्ट्स को पढ़ाया जाता है.

बीसीए में करंट टेक्नोलॉजी (BCA aur B.Sc me kya antar hai) और एप्लीकेशन्स पर ज्यादा फोकस किया जाता है इसीलिए ये आईटी इंडस्ट्री की कुछ जॉब के लिए काफी सूटेबल रहता है. अगर आप कंप्यूटर साइंस के फंडामेटल्स में ज्यादा इंटरेस्टेड है और सॉफ्टवेयर कंप्यूटिंग सिस्टम या हार्डवेयर डिजाईन करना पसंद करते हैं तो बीएससी कंप्यूटर साइंस/आईटी से करना आपके लिए बेहतर रहेगा और अगर आप कंप्यूटर साइंस के एप्लीकेशन के द्वारा बिज़नेस प्रॉब्लम को सोल्व करना पसंद करते हैं तो आपके लिए बीसीए ज्यादा अच्छा रहेगा.

अगर आप कॉमर्स (BCA aur B.Sc me kya antar hai) या आर्ट से है लेकिन आप कंप्यूटर में इंटरेस्टेड हैं तो आपके लिए बीसीए अच्छा रहेगा क्युकी बीसीए के लिए ही आप नॉर्मली एलिजिबल रहेंगे. आप बीएससी और बीसीए कोर्स करने से पहले ये चेक कर लेना, कि दोनों में से किसके कोर्स के सब्जेक्ट में आप इंटरेस्टेड हैं और किस कोर्स में कौन सी जॉब प्रोफाइल अवेलेबल हैं और आपको कौन सी जॉब प्रोफाइल्स चाहिए.

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